मनोचिकित्सक
यह कहानी 1900 ईस्वी की है, जब भारत में अंग्रेजी राज था और परंपरागत चिकित्सा से परे मानसिक स्वास्थ्य का विचार अब भी समाज में अजनबी था। बिहार के एक छोटे से कस्बे “सीतानगर” में डॉ. रामानंद ने अपनी शिक्षा समाप्त कर भारत वापसी की। वह अपने परिवार में पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने इंग्लैंड … Read more