Okay, picture this: every single day is Valentine’s Day. Chocolates, roses, heart-shaped balloons, and lovey-dovey vibes everywhere. At first, it might sound dreamy, right? I mean, who doesn’t love a good excuse to shower their partner with affection or treat themselves to some extra TLC? But let’s dive deeper, shall we? Spoiler alert: it’s not all rainbows and romance.
प्यार में ओवरडोज़
पहले तो, हर दिन वैलेंटाइन डे होने का मतलब है कि प्यार जताने का कोई ‘खास दिन’ नहीं बचेगा। एक बार सोचिए, अगर हर दिन आपको वही करना पड़े – फूल खरीदना, रोमांटिक डिनर प्लान करना, या गिफ्ट्स पर पैसे खर्च करना – तो?
ज़रा रियल बनते हैं। रोज़ गिफ्ट देने से प्यार का जादू तो कम हो जाएगा, और शायद आपके बैंक बैलेंस का भी। आप सोचेंगे, “भाई, रोज़-रोज़ कौन इतना खर्च करे?” और फिर वही गिफ्ट आइडियाज़ रिपीट होने लगेंगी। तीसरी बार वही टेडी बियर देते हुए शायद आपका पार्टनर भी बोर हो जाए।
चॉकलेट का मीठा आतंक
अब आते हैं चॉकलेट पर। हर दिन वैलेंटाइन डे का मतलब है चॉकलेट्स का ढेर। शुरुआत में तो मज़ा आएगा, लेकिन कुछ ही दिनों में आपकी अलमारी और फ्रिज चॉकलेट से भर जाएगा।
और वो डायट वाली बात? सीधा गुडबाय बोल सकते हैं। एक महीने के अंदर आप “चॉकलेट का नाम मत लो” वाले जोन में पहुंच जाएंगे।
रिश्तों का नया प्रेशर
सुनने में तो अच्छा लगता है – रोज़ वैलेंटाइन डे मतलब रोज़ प्यार। लेकिन इस रोज़-रोज़ प्यार दिखाने के चक्कर में रिश्तों पर प्रेशर भी बढ़ जाएगा।
हर दिन रोमांटिक डेट्स और गिफ्ट्स प्लान करना एक जॉब की तरह हो जाएगा। और अगर कभी आप भूल गए या कुछ खास नहीं किया, तो क्या होगा? झगड़े! “तुम्हें मेरी परवाह ही नहीं है” वाला डायलॉग सुनने के लिए तैयार रहिए।
सिंगल्स का क्या?
अब ज़रा सिंगल्स की सोचिए। जिनके लिए वैलेंटाइन डे वैसे ही एक “कब खतम होगा?” टाइप दिन है, उनके लिए ये रोज़ का टॉर्चर बन जाएगा।
हर दिन सोशल मीडिया पर कपल्स की रोमांटिक तस्वीरें, हर जगह ‘कपल ऑफर्स,’ और हर जगह गुलाब के फूल? भाई, सिंगल लोग तो सीधा इंटरनेट और मार्केट दोनों से भाग खड़े होंगे।
रिटेलर्स की चांदी
अब, रिटेल इंडस्ट्री के लिए ये सपना सच होने जैसा होगा। गिफ्ट शॉप्स, फ्लोरिस्ट्स, चॉकलेट ब्रांड्स – सबकी कमाई रोज़ दोगुनी।
लेकिन ज़रा रुकिए। जब डिमांड हर दिन इतनी ज़्यादा होगी, तो क्या होगा? फूलों और गिफ्ट्स की कीमतें आसमान छू लेंगी। आप 100 रुपए की गुलाब की कीमत 1000 में खरीदने पर मजबूर होंगे।
प्यार की परिभाषा बदल जाएगी
हर दिन वैलेंटाइन डे होने का सबसे बड़ा नुकसान ये होगा कि प्यार दिखाने का असली इरादा कहीं खो जाएगा। जब कुछ खास होता है तभी वो यादगार बनता है, है ना?
रोज़ प्यार का दिखावा करने से वो इमोशनल कनेक्शन फीका पड़ने लगेगा। प्यार सिर्फ गिफ्ट्स और रोमांटिक डिनर तक सीमित हो जाएगा। और फीलिंग्स? शायद सिर्फ एक रूटीन बनकर रह जाएंगी।
तो फिर क्या सही होगा?
देखो, वैलेंटाइन डे साल में एक बार ही अच्छा है। क्योंकि तभी हम इसे खास बना पाते हैं। हर दिन प्यार दिखाने के लिए कोई दिन खास होने की ज़रूरत नहीं है।
छोटे-छोटे जेस्चर, जैसे “कैसे हो?” पूछना, साथ में कॉफी पीना, या बस एक हग – यही तो असली वैलेंटाइन मोमेंट्स हैं।
तो, हर दिन वैलेंटाइन डे – हां या ना?
अब फैसला आपका है। हर दिन वैलेंटाइन डे होना आपके लिए कितना रोमांटिक है और कितना सिरदर्द, वो तो आप ही तय करें। पर इतना तय है – प्यार दिखाने के लिए किसी खास दिन की ज़रूरत नहीं होती।
और हां, एक आखिरी सवाल: अगर हर दिन वैलेंटाइन डे होता, तो साल में असली वैलेंटाइन डे पर क्या करते? सोचिए, सोचिए।
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Well shared
Absolutely right if everyday is to be valentine day then the show of spoils the real love . Well shared
Thank You Priti 🙂
Kis ka link share karu
अगर हर दिन वैलेंटाइन डे होता तो किसी को अपने प्यार को बताना आशान हो जाता क्योंकि हर दिन एक जैसा है हर दिन प्यार का दिन
शायद मेरा जन्म दिन होता
That is such a cool way to test your thoughts! At first, the idea of celebrating love every day sounds nice, but would not it lose its appeal over time? One thing that makes Valentine’s Day unique is how rare it is.
True
Bhi kya mana achi story like hai
share link please