सोचिए… अगर एक मामूली सी सुई लाइट की स्पीड से उड़ते हुए पृथ्वी से टकरा जाए, तो क्या होगा?
क्या ये बस एक छोटी सी टक्कर होगी… या फिर पूरी दुनिया खत्म हो सकती है?
एक साधारण सुई… जो इतनी हल्की होती है कि हम उसे हवा में उड़ा सकते हैं, अगर ये 3,00,000 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से धरती से टकराए, तो क्या कोई इसे नोटिस भी करेगा?
या फिर… ये धरती के सीने में एक ऐसा छेद कर देगी, जो कभी भरा नहीं जा सकता?
साइंटिस्ट्स के अनुसार, किसी चीज़ का स्पीड ऑफ लाइट पर टकराना कोई साधारण धमाका नहीं… बल्कि एक मिनी बिग बैंग की तरह होगा!
जी हां! एक मामूली सुई, लेकिन तबाही ऐसे जैसे किसी ने धरती पर एटम बमों की बारिश कर दी हो!
अब सवाल ये है कि ऐसा क्यों होगा?
दरअसल, किसी ऑब्जेक्ट की एनर्जी उसकी मास और स्पीड पर निर्भर करती है।
जब कोई चीज लाइट स्पीड पर चले, तो उसकी एनर्जी अनंत के करीब पहुँचने लगती है!
यानी ये सुई… कोई मामूली चीज नहीं, बल्कि एक सुपर-एनर्जी बुलेट होगी!
- जब ये धरती से टकराएगी, तो:
- एक विशाल परमाणु बम से ज़्यादा एनर्जी निकलेगी!
- शहरों का नामोनिशान मिट जाएगा!
- धरती के वायुमंडल में एक ब्लैक होल जैसा गड्ढा बन सकता है!
अब सोचिए… अगर एक सुई इतनी तबाही मचा सकती है, तो कोई बड़ा ऑब्जेक्ट जैसे एस्ट्रॉयड लाइट स्पीड से आए, तो क्या होगा?
क्या हम धरती को बचाने का कोई तरीका निकाल सकते हैं?
या फिर ये घटना इंसानियत के अंत की शुरुआत होगी?
क्या आपको लगता है कि इंसानों के पास इतनी टेक्नोलॉजी होगी कि वे इस तबाही को रोक सकें?
अपनी राय कमेंट में बताइए
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और इसलिए एक सुई यदि इस वेग से किसी भी दूसरी वस्तु से टकराती है तो अपनी शक्ति के अनुपात में उसका प्रभाव होगा। यह लेसर का रूप ले लेगी। और उसका उतना ही प्रभाव होगा।
अल्बर्ट आइनस्टाइन के अनुसार कोई भी भौतिक वस्तु material object प्रकाश की गति (या वेग?) का अतिक्रमण नहीं कर सकती,
E=mc² ke hisaab se, jaise-jaise speed badhti hai, object ka mass aur kinetic energy bohut zyada ho jati hai. Lekin iska yeh matlab nahi hai ke woh needle laser light mein convert ho jati hai.
Laser light tab generate hoti hai jab atoms excited state se ground state mein aate hain aur ek coherent (ek tarah ki) photon beam emit karte hain. Ek needle ek solid matter hai aur jab woh light speed se collide karegi, toh uski kinetic energy ek huge explosive reaction (jaise ki ek high-yield nuclear explosion) ki tarah release hogi, jisme shock waves, gamma rays, aur intense heat shamil honge. Lekin yeh energy laser beam ke form mein convert nahi hoti.
Simple shabdon mein, high speed par collide hone se needle ka impact ek zabardast blast create karega, par woh energy seedha ek laser light mein transform nahi hogi.
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